लेबनान स्थित उग्रवादी समूह हिजबुल्लाह और इजरायल दोनों ने एक दूसरे के खिलाफ बड़े पैमाने पर सैन्य अभियान की घोषणा की है. ईरान समर्थित समूह हिजबुल्लाह के एक बयान के अनुसार,प्रमुख इजरायली सैन्य ठिकानों को निशाना बनाकर कई विस्फोटक ड्रोन लॉन्च किए गए हैं. समाचार एजेंसी एएफपी ने स्थानीय मीडिया का हवाला देते हुए बताया कि लेबनान से उत्तरी इजरायल में 100 से अधिक रॉकेट भी दागे गए हैं.
इस खतरे के जवाब में,इजरायली सेना ने भी लेबनान में अपने लक्ष्यों पर पूर्व-आक्रमणकारी हमले शुरू कर दिए हैं. आईडीएफ ने रविवार को सुबह इन हमलों की घोषणा करते हुए कहा कि उन्हें हिजबुल्लाह द्वारा इजरायली क्षेत्र पर "बड़े पैमाने पर" हमलों की तैयारी का पता चला है. इन खतरों को बेअसर करने के लिए इजरायली वायु सेना के लड़ाकू विमानों को तैनात किया गया है,जो हिजबुल्लाह के ठिकानों पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं जो इजरायली नागरिकों के लिए तत्काल खतरा पैदा करते हैं.
यह स्थिति कई हफ्तों से बढ़ते तनाव के बाद हुई है,जिसमें हिजबुल्लाह और उसके क्षेत्रीय सहयोगी ईरान ने अपने सैन्य कमांडर फुआद शुक्र की हत्या का बदला लेने की कसम खाई है. समूह ने अपने कमांडर पर हमले को प्रत्यक्ष उकसावे और युद्ध की कार्रवाई बताया है.शुकर की हत्या के बाद शुरुआती प्रतिक्रिया करते हुए बड़ी संख्या में ड्रोनों के साथ हवाई हमला शुरू कर दिया है और इजरायल को अंदर तक निशाना बा रहा है. हिजबुल्लाह ने "दुश्मन के कई ठिकानों और बैरकों और आयरन डोम प्लेटफार्मों को भी बड़ी संख्या में रॉकेटों से निशाना बनाया".
इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने रविवार सुबह 4 बजेसुरक्षा कैबिनेट की बैठक बुलाई. नेतन्याहू के कार्यालय से जारी एक बयान के अनुसार,इजरायल के रक्षा मंत्री योआव गैलेंट ने अगले 48 घंटों के लिए पूरे देश में आपातकाल की घोषणा कर दी है. आधिकारिक तौर पर इसे "घरेलू मोर्चे पर विशेष स्थिति" कहा जाता है,जिससे IDF होम फ्रंट कमांड को नागरिक आबादी पर प्रतिबंध लगाने के लिए विस्तारित अधिकार मिल जाता है.