हाथ मिलाया, फिर लगे गले..., न्यूयॉर्क में पीएम मोदी-जेलेंस्की मीटिंग में शांति के प्रयासों की एक और कोशिश

पीएम मोदी (PM MODI) ने सोमवार को न्यूयॉर्क में यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की (Volodymyr Zelensky) से मुलाकात की. दोनों नेताओं के बीच रूस-यूक्रेन युद्ध के समाधान पर चर्चा हुई. एक महीने में दोनों नेताओं के बीच यह दूसरी मुलाकात थी. पीएम मोदी ने 23 अगस्त को यूक्रेन का दौरा किया था.

इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी यात्रा के दौरान कीव में राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की से मुलाकात की थी. द्विपक्षीय संबंधों के इतिहास में किसी भारतीय प्रधानमंत्री की यह पहली यूक्रेन यात्रा थी.

यूक्रेन के साथ भारत की एकजुटता के प्रतीक के रूप में एक महत्वपूर्ण संकेत देते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने जेलेंस्की के कंधे पर अपना हाथ मजबूती से रखा और रूस के साथ संघर्ष को लेकर भारत के समर्थन पर जोर दिया था. पीएम मोदी ने संघर्ष खत्म करने की पहल की थी.

अमेरिका के राष्ट्रपति बाइडेन डेलावेयर में क्वाड लीडर्स शिखर सम्मेलन के लिए जापान के प्रधान मंत्री फुमियो किशिदा,पीएम मोदी और ऑस्ट्रेलियाई प्रधान मंत्री एंथनी अल्बनीस का स्वागत किया. पीएम मोदी संयुक्त राज्य अमेरिका की तीन दिवसीय यात्रा पर गए थे. इस दौरान उन्होंने राष्ट्रपति बाइडेन सहित कई नेताओं के साथ द्विपक्षीय बैठकें कीं.

पीएम मोदी ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स' पर पोस्ट किया,‘‘न्यूयॉर्क में यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की से मुलाकात की. हम द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने के लिए पिछले महीने यूक्रेन की मेरी यात्रा के परिणामों को क्रियान्वित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं. यूक्रेन में संघर्ष के शीघ्र समाधान और शांति एवं स्थिरता की बहाली के लिए भारत के समर्थन को दोहराया.''

विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने यहां एक विशेष संवाददाता सम्मेलन के दौरान बताया कि बैठक के दौरान जेलेंस्की ने भारत द्वारा यूक्रेन में संघर्ष पर ध्यान दिए जाने की सराहना की और इससे बाहर निकलने का रास्ता खोजने के लिए प्रधानमंत्री मोदी के प्रयासों को लेकर उन्हें धन्यवाद दिया.

मिस्री ने बताया कि दोनों नेताओं ने करीबी संपर्क में बने रहने पर भी सहमति जताई. विदेश मंत्रालय ने ‘एक्स' पर पोस्ट किया,‘‘न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र महासभा (यूएनजीए) की बैठक से इतर आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की से मुलाकात की. दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय संबंधों पर अपने विचार साझा किए। उन्होंने यूक्रेन की स्थिति पर भी चर्चा की. प्रधानमंत्री ने बातचीत और कूटनीति के माध्यम से संघर्ष के शांतिपूर्ण समाधान की तलाश में रचनात्मक भूमिका निभाने की भारत की इच्छा दोहराई.''

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