SpiceJet की सफल QIP ने एयरलाइन की वित्तीय स्थिति में काफी वृद्धि की है.
नई दिल्ली:
स्पाइसजेट (SpiceJet) ने सौहार्दपूर्ण समझौते के जरिए इंजन लीज फाइनेंस कॉरपोरेशन (ELFC) के साथ अपने विवाद को सफलतापूर्वक सुलझा लिया है. ईएलएफसी,जिसने पहले 16.7 मिलियन डॉलर का दावा किया था,एक अज्ञात राशि के लिए समझौता करने पर सहमत हो गया है,जो प्रारंभिक दावे से कम है. दोनों पक्षों के प्रतिनिधि अब अपने बीच चल रहे सभी मुकदमे वापस लेने और विवादों को खत्म करने के उद्देश्य से सुलह समझौते को औपचारिक रूप देंगे.
यह समझौता स्पाइसजेट के अपने परिचालन को सुव्यवस्थित करने और भविष्य के विकास पर ध्यान केंद्रित करने के चल रहे प्रयासों में एक महत्वपूर्ण कदम है.
SpiceJet ने QIP के जरिए 3,000 करोड़ रुपये जुटाए
स्पाइसजेट ने हाल ही में संपन्न क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल प्लेसमेंट (QIP) के माध्यम से सफलतापूर्वक 3000 करोड़ रुपये जुटाए हैं,जिसे निवेशकों ने काफी अधिक सब्सक्राइब किया है. क्यूआईपी ने शीर्ष स्तरीय संस्थागत निवेशकों और म्यूचुअल फंडों के एक विविध समूह को आकर्षित किया,जिससे उद्योग की चुनौतियों से निपटने और विमानन क्षेत्र में बढ़ती मांग को भुनाने की स्पाइसजेट की क्षमता में बाजार के विश्वास की पुष्टि हुई.स्पाइसजेट के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक,अजय सिंह ने कहा,“हम ईएलएफसी के साथ पारस्परिक रूप से लाभकारी समझौते पर पहुंचकर प्रसन्न हैं,जो हमें साफ सुथरे तरीके से आगे बढ़ने में सक्षम बनाता है. यह समझौता न केवल पिछले मुद्दों को हल करता है बल्कि विकास और विस्तार के अगले चरण की शुरुआत में हमारी स्थिति को भी मजबूत करता है.''